दिल्ली की महिलाएं अब करेंगी मुफ्त सफर स्मार्ट तरीके से, जानिए कैसे मिलेगा ‘सहेली स्मार्ट कार्ड’
नई दिल्ली – दिल्ली सरकार ने महिलाओं और ट्रांसजेंडर यात्रियों को डीटीसी और क्लस्टर बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा को और अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए ‘सहेली स्मार्ट कार्ड’ योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत अब 12 वर्ष या उससे अधिक उम्र की महिलाओं और ट्रांसजेंडर यात्रियों को एक डिजिटल स्मार्ट कार्ड दिया जाएगा, जिसकी मदद से वे बिना किसी टिकट के दिल्ली की बसों में सफर कर सकेंगी।
यह स्मार्ट कार्ड नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC) के तहत जारी किया जाएगा। इसमें कार्डधारक का नाम और फोटो छपा होगा, जिससे उसका पहचान सत्यापन आसान होगा। अभी तक मुफ्त यात्रा के लिए गुलाबी पेपर टिकट दिया जाता था, जिसे अब डिजिटल रूप में बदल दिया गया है। हालांकि यह सुविधा केवल डीटीसी और क्लस्टर बसों तक ही सीमित रहेगी। अन्य परिवहन माध्यमों जैसे मेट्रो में सफर करने के लिए इस कार्ड को रिचार्ज या टॉप-अप कर उपयोग किया जा सकेगा।
Read This Too-CUET-UG 2025 के जरिए इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में एडमिशन शुरू, जानिए कब और कैसे भरें फॉर्म
दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि इस कार्ड को पाने के लिए महिलाओं और ट्रांसजेंडर्स को दिल्ली का निवासी होना जरूरी है। साथ ही उनके पास वैध पता प्रमाण पत्र होना चाहिए और उनकी उम्र कम से कम 12 साल होनी चाहिए। इसके लिए उन्हें डीटीसी की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा, जहां वे अपनी पसंद का बैंक चुन सकेंगे।
पंजीकरण के बाद संबंधित बैंक शाखा में जाकर कार्डधारक को केवाईसी प्रक्रिया पूरी करनी होगी। एक बार केवाईसी पूरा हो जाने पर बैंक कार्डधारक के पते पर सहेली स्मार्ट कार्ड भेज देगा।
कार्ड प्राप्त करने के लिए जिन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी उनमें आधार कार्ड, पैन कार्ड, दिल्ली निवास प्रमाण पत्र, पासपोर्ट साइज फोटो और बैंक द्वारा तय किए गए अन्य दस्तावेज शामिल हैं। अधिकारी ने बताया कि यह पहल दिल्ली में महिलाओं और ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए एक सुरक्षित, आसान और पेपरलेस यात्रा प्रणाली की दिशा में बड़ा कदम है।
सरकार इस योजना के तहत किसी भी तरह का किराया नहीं वसूलेगी, हालांकि बैंक अपनी नीतियों के आधार पर कार्ड जारी करने या रखरखाव के लिए एक छोटा शुल्क ले सकते हैं। अगर किसी का कार्ड खो जाता है तो कार्डधारक को तुरंत बैंक को इसकी जानकारी देनी होगी, जिसके बाद बैंक नियमों के अनुसार डुप्लीकेट कार्ड जारी करेगा।
Read This Too-DU का बड़ा फैसला: अब छात्रों को पढ़ाया जाएगा सिख शहादत का इतिहास, जानिए कब से शुरू होगा नया कोर्स
इसके अलावा कार्ड का उपयोग शुरू करने से पहले उसे डीटीसी के ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम (AFCS) से एक्टिवेट करना अनिवार्य होगा। हालांकि अगर कार्ड को टॉप-अप किया जाता है तो वह अन्य ट्रांसपोर्ट सेवाओं के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन मुफ्त यात्रा का लाभ सिर्फ डीटीसी और क्लस्टर बसों तक सीमित रहेगा।
अधिकारी ने साफ किया कि डीटीसी किसी को सीधे कार्ड जारी नहीं करेगी। पूरा पंजीकरण ऑनलाइन माध्यम से डीटीसी पोर्टल पर होगा और कार्ड सिर्फ केवाईसी पूरा करने के बाद चयनित बैंक द्वारा भेजा जाएगा। इस नई योजना से उम्मीद की जा रही है कि महिलाओं और ट्रांसजेंडर यात्रियों को बस यात्रा में ज्यादा सुविधा और सम्मान मिलेगा।